देहरादून:- भाजपा ने यूपी- हिमाचल राज्यसभा चुनावों में मिली जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए, इसे श्रीराम के राज में मोदी के काज का परिणाम बताया है । प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया कि सपा मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और कांग्रेस अपने स्वर्गीय नेताओं एवं विधायकों का अपमान करती है, लेकिन क्रॉस वोटिंग और सरकार अस्थिर करने का दोष भाजपा पर लगा रही है। यूपी और हिमाचल में हुए राज्यसभा चुनावों एवं राजनैतिक घटनाक्रमों पर प्रतिक्रिया देते हुए भट्ट ने कहा कि दोनो जगह विपक्ष के विधायकों का भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट करना लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का हिस्सा है। सौदेबाजी और ऐजेंसियों के डर का आरोप लगाने वाली पार्टियां, लंबे समय से सही मायने में सच्चाई से आंख मूंद रहे हैं। हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है और अपने विधायकों को नहीं संभाल पाए। क्योंकि ये सभी अपनी सरकार की कार्यप्रणाली से नाराज थे जिसे वे समय समय पर जाहिर भी करते रहे हैं और अब तो उनके कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य ने इस्तीफा देते हुए, आंसुओं के साथ बताया कि किस तरह 6 बार के पूर्व सीएम स्वर्गीय वीरभद्र सिंह को अपमानित किया जा रहा है ।
इस सबकी जानकारी इनके आलाकमान को भी थी, लेकिन उन्हे विधायकों, कार्यकर्ताओं और जनता की भावनाओं से कोई सरोकार नहीं था। यही वजह है कि उन्होंने विकसित भारत के मोदी विजन को अपना समर्थन दिया है। इसी तरह श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के ऐतिहासिक अवसर और सनातन संस्कृति को लेकर वरिष्ठ सपा नेताओं ने अपमानजनक टिप्पणियां की, साथ ही प्राण प्रतिष्ठा में जाने से इंकार कर दिया। इस पूरे प्रकरण को लेकर क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों ने सार्वजनिक आपत्ति दर्ज की, साथ ही जनमानस का दवाब भी सभी जनप्रतिनिधियों पर होगा। लेकिन सपा और कांग्रेस अपनी कमियों को नजरंदाज करते हुए भाजपा पर आरोप लगाकर भ्रम फैलाने और सच्चाई से मुंह मोड़ने की असफल कोशिश कर रही। लेकिन दोनों राज्यों की बुद्धिमान जनता उनकी इन चालबाजियों को बखूबी देख रही है और उनके झांसे में नहीं आने वाली है।