भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की 25 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली विशेष बैठक टलने के बाद राज्य में खिलाड़ियों के लिए लगने वाले ट्रायल कैंप भी टल गए हैं। फिलहाल न तो संघ की अगली बैठक को लेकर आधिकारिक घोषणा हुई है, न ही ट्रायल कैंप लेकर कोई अगली तारीख तय हुई है।
भारतीय ओलंपिक संघ की संयुक्त सचिव अलकनंदा अशोक का कहना है कि अगली तारीख को लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई है लेकिन 10 नवंबर को बैठक होने की चर्चा है, उम्मीद है कि जल्द ही राष्ट्रीय खेलों की रूपरेखा तय होगी। वहीं, उत्तराखंड ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी का कहना है कि ट्रायल कैंप दिवाली के बाद लगाने की पूरी तैयारी है। वहीं खेल अधिकारियों का भी कहना है कि खेलों की तैयारियां सही गति में हैं।
इसके बावजूद अंदरखाने यह संशय बना हुआ है कि भारतीय ओलंपिक संघ की खींचतान बरकरार रही तो तैयारियों को अंतिम रूप देने का समय नहीं बचेगा। अब सिर्फ तीन महीने का समय बाकी है। कब आईओए की अगली बैठक होगी। उसमें खेल कार्यक्रम की आगे की रूपरेखा निर्धारित हो सकेगी या नहीं फिर प्रक्रिया पूरी होने में कितना समय लगेगा।
बैठक के जरिए आईओए एक विशेष समिति का गठन करेगी, जो उत्तराखंड दौरे पर आएगी। ये समिति खेल स्थान, स्टेडियम, वॉटर स्पोर्ट्स आदि के स्थानों का अंतिम चयन करेगी। हर प्रतियोगिता के लिए निदेशक की नियुक्ति की जाएगी। इनके बिना अभी तक राज्य की तैयारियां संभावित स्थानों पर चल रही हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की आईओए अध्यक्ष पीटी ऊषा से मुलाकात के बाद राष्ट्रीय खेलों की तारीख 28 जनवरी से 14 फरवरी तय हुई है, इसमें बदलाव की आशंका नहीं है। आईओए की अगली बैठक में खेल स्थानों का अंतिम चयन, दिशा-निर्देश और आगे के कार्यक्रम तय हो जाएं तो हमें अपनी तैयारी और पुख्ता तरीके से बढ़ाने में सफलता मिलेगी।
– अमित सिन्हा, विशेष प्रमुख सचिव, खेल
हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द आईओए की अगली बैठक में राष्ट्रीय खेलों से संबंधित सभी निर्णय हो जाएं। कोशिश की जाएगी कि राष्ट्रीय खेलों की रूपरेखा जल्द निर्धारित हो, ताकि उत्तराखंड को राष्ट्रीय खेलों का गौरव मिले।
– अलकनंदा अशोक, संयुक्त सचिव, भारतीय ओलंपिक संघ
खेलों के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। खिलाड़ियों के ट्रायल कैंप दिवाली के बाद लगने शुरू हो जाएंगे।
– महेश नेगी, अध्यक्ष, उत्तराखंड ओलंपिक संघ